परम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा “ स्नान कर आये ?”
“ जी ” उसने कहा
“आओ मेरे करीब बैठो |” योगी बाबा ने कहा
वह उनके आसन पर आकर उनके नजदीक बैठ गया |
योगी बाबा ने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और कहा “
आँखें बंद करो |”
उस व्यक्ति ने आँखें बंद कर ली | वह देखता क्या
है वह और योगी बाबा दोनों खुले आकाश से सम्पूर्ण हिमालय को निहार रहें हैं | दिव्य
हिमालय की अद्भुत छटा थी | वह इतनी उंचाई पर थे की सम्पूर्ण हिमालय भारतीय क्षेत्र , नेपाल का क्षेत्र और तिब्बती क्षेत्र पूरा का
पूरा दिखाई दे रहा था |( जिस तरह गूगल मैप Google Map पर देखते हैं )
अंतर इतना था की उस उंचाई से दिव्य महात्मा के
संग हिमालय दर्शन करते हुए उस व्यक्ति को
और भी अद्भुत चीजें दिखाई दे रही थी | जैसे सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र विभिन्न
रश्मियों से ओत प्रोत था | सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र साफ़ साफ़ एक अलग भीनी भीनी प्रकाश से आच्छादित दिखाई दे रहा था | साथ हीं
कहीं कहीं प्रकाश बिंदु टिमटिमाते हुए दिखाई दे रहे थे जैसे की तारे जमीं पर हों |
कुछ प्रकाश बिंदु चलते फिरते भी नजर आ रहे थे | साथ हीं उसने देखा जैसे दिवाली के
दिन आसमान में रोकेट ( आतिशबाजी ) सर्र र
र ........ से एक जगह से दूसरी जगह भागता है उसी तरह जमीं पर प्रकाश बिंदु सर्रर्र र्र
.................. से एक जगह से दूसरी जगह भाग रहे थे | अंतर इतना था रोकेट
आतिशबाजी की तरह भागते प्रकाश बिंदु सिर्फ हिमालय क्षेत्र तक सिमित नहीं थे बल्कि हिमालय क्षेत्र से निकल कर
भारत के दक्षिणी , पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों की तरफ भी जा रहे थे और कुछ उधर से
हिमालयी क्षेत्र में भी प्रवेश कर रहे थे | वह व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो कर
दिव्य हिमालय का अवलोकन कर रहा था |
सहसा हीं उसकी तन्द्रा टूटी और अपने आप को योगी
बाबा से यह पूछने से न रोक सका |
उसने पूछा – “ क्या यह वास्तविक है ! क्या मैं
सचमुच सशरीर इस ऊंचाई से सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र को देख रहा हूँ |”
योगी बाबा ने कहा – “ चलो निचे चलते हैं | अपनी
आँखें बंद कर लो |”
जैसे हीं उसने अपनी आँखें बंद की उसने पाया वह तो
उसी गुफा में मौजूद है और योगी बाबा अभी भी उसकी हाथें पकडे हुए थे |
उसने कहा – “ यह सब क्या था भगवन |”
योगी बाबा ने कहा – “ यह तुम्हारे पूर्व जन्मों
के संस्कार और कर्म हैं जो तुमने अपने सूक्ष्म शरीर से यह अनुभूति की |”
सूक्ष्म शरीर ! पूर्व जन्मों का कर्म क्या है यह
सब क्या सचमुच में पूर्व जन्म होता है | और आसमान से निचे दिखने वाले वे प्रकाश
बिंदु क्या थे उसने योगी बाबा के सामने प्रश्नों की झड़ी लगा दी |
तस्वीर साभार - Google Image से
श्री मान ये कहानी क्या सच है या ऐसे ही बनाई गई है । अगर ये सब सच है तो जो लोग सिद्धियां प्राप्त कर लेते है भौतिक जगत की तो फिर भी उनके पास पैसे की कमी क्यो रहती है जबकि कहा जाता है कि अप्सरा यक्षिणी की साधना करने से धन लाभ होता है कृपया बातये
ReplyDeleteश्री मान ये कहानी क्या सच है या ऐसे ही बनाई गई है । अगर ये सब सच है तो जो लोग सिद्धियां प्राप्त कर लेते है भौतिक जगत की तो फिर भी उनके पास पैसे की कमी क्यो रहती है जबकि कहा जाता है कि अप्सरा यक्षिणी की साधना करने से धन लाभ होता है कृपया बातये
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