देश
में अनेकों अनेक समस्याएं हैं |
कुछ समस्याएं विकराल हैं जैसे
आतंकवाद , जातिवाद , क्षेत्रवाद , धार्मिक असहिष्णुता
आदि आदि | देश में दूसरी श्रेणी की समस्या है भ्रष्टाचार , स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या , बेरोजगारी , गरीबी
, असामनता , भूख , भेद भाव आदि आदि |
सवाल ये
है कि हम समस्याओं पर सिर्फ चिलाते
हीं रहेंगे या ये समस्याएं समाप्त हों इसके
प्रति कारगर कदम भी उठाने पड़ेंगे |
मैंने इन समस्यायों पर चिन्तन किया तथा कुछ कारगर
उपाय मेरी दृष्टि में सूझे जिनके द्वारा इन समस्यायों को समाप्त किया जा सकता है |
1 देश की समस्यायों का रामबाण हल
देश
में जितनी भी समस्याएं हैं कुछेक को छोड़
कर ( जो बाहरी प्रभाव के कारण हैं आतंकवाद आदि ) एक कारगर समाधान है “ देश का प्रत्येक नागरिक अपने नैतिक मूल्यों को उपर उठाये अर्थात
अपना नैतिक पतन नहीं होने दें |” एक कहावत है “ हम बदलेंगे युग बदलेगा |” बदलाव अपने भीतर लाना है | मेरे इस कथन पर आँख
बंद कर के मनन करें मंथन करें फिर मुझे बताएं मैंने गलत कहा या सही |
2 व्यक्तिगत स्वास्थ्य की समस्या
देश के अधिकाँश नागरिक
अपनी स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हैं | अस्वस्थता देश के अधिकाँश नागरिकों की
समस्या है | अस्वस्थता का मूल
कारण है अपना अस्वस्थ मन चाहे वह कैसी भी
स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या हो जी हाँ कोई भी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या | अपने
मन को स्वस्थ रखने के उपाय करें | मन स्वस्थ रह सकता है अध्यात्म की शरण में | मन
स्वस्थ रहता है अपने स्वभाव में स्थित रहने पर | अपने अस्वाभाविक प्रवृतियों का
त्याग करें | ध्यान करें | अपने शारीरिक क्षमता के हिसाब से योगाभ्यास करें |
आप किसी भी धर्म के हों अपने धर्म के मूल भाव को
समझें और उस पर मनन चिन्तन करें सारी समस्यायों का हल वहां मिलेगा , किन्तु
ईमानदारी से मनन चिन्तन करें |
और मनन चिन्तन के बाद पुन : उपस्थित होऊंगा
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